फैक्ट चेक: इंटरव्यू में अपनी ही सरकार के खिलाफ ये क्या बोल गए नितिन गडकरी? जानिए वायरल वीडियो की सच्चाई

  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का वीडियो वायरल
  • वायरल पोस्ट में सरकार के खिलाफ बोलने का दावा
  • जानिए वायरल वीडियो की सच्चाई

Ritu Singh
Update: 2024-03-05 11:07 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम चुनाव में अब कुछ ही समय शेष है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पॉलिटिकल पोस्ट्स की संख्या बढती जा रही है। नेताओं के बयान और इंटरव्यू से लेकर तमाम तरह के क्लिप्स हर रोज वायरल हो रहे हैं। इस बार केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में नितिन गडकरी गांव और किसान से संबंधित बातें बोलते हुए मोदी सरकार की आलोचना करते दिखाई दे रहे हैं। वायरल वीडियो में केंद्रीय मंत्री गांव के किसान, गरीब और मजदूर को दुखी बताते हुए सुनाई दे रहे हैं।

दावा - वायरल वीडियो को सुरेश पटेल नाम के फेसबुक यूजर ने 2 मार्च को अपने अकाउंट से शेयर किया है। वीडियो शेयर करते हुए यूजर ने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "आज गांव, गरीब, मजदूर और किसान दुखी हैं। किसान की फसल को अच्छा भाव नहीं मिलता। मोदी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी।" अन्य सोशल मीडिया यूजर्स भी समान दावे के साथ वायरल वीडियो को शेयर कर रहे हैं। सचिन चाहल नाम के एक्स यूजर ने भी इस वायरल क्लिप को शेयर किया है।

पड़ताल - वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए हमारी टीम ने पड़ताल शुरू की। हमारी टीम को वीडियो क्लिप में द लल्लनटॉप का लोगो दिखाई दिया। हमने लल्लनटॉप के यूट्यूब चैनल को स्कैन किया तो वहां यह वीडियो हमें 29 फरवरी 2024 को अपलोड किया हुआ मिला। यहां से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जमघट कार्यक्रम के अंतर्गत सौरभ द्विवेदी ने नितिन गडकरी का एक घंटे से ज्यादा लंबा इंटरव्यू लिया है।

इंटरव्यू में नितिन गडकरी कहते हैं, "हमारे एग्रीकल्चर पर जो पॉपुलेशन निर्भर करती है, वह है 65 परसेंट। जब गांधी जी थे, तब नब्बे प्रतिशत आबादी गांव में रहती थी और धीरे-धीरे ये 30 परसेंट का माइग्रेशन क्यों हुआ? ...आज गांव, गरीब, मजदूर, किसान दुखी हैं। इसका कारण यह है कि जल, जमीन, जंगल और जानवर, रूरल एग्रीकल्चर, ट्राइबल, ये जो इकोनॉमी है, यहां अच्छे रोड नहीं हैं, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं है, अच्छे अस्पताल नहीं हैं, अच्छे स्कूल नहीं हैं, किसान की फसल को अच्छे भाव नहीं हैं। और ये जो सस्टेनेबल डेवलपमेंट हुई है। पर जिस प्रपोर्शन में बाकी क्षेत्रों में हुआ, उतना नहीं हुआ। हमारी सरकार आने के बाद हम भी बहुत काम कर रहे हैं।"

इस इंटरव्यू वीडियो से पता चलता है कि फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो क्लिप एडिटेड है। इसके अलावा टाइम्स ऑफ इंडिया में 2 मार्च को छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, नितिन गडकरी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी सचिव जयराम रमेश को भ्रामक दावा करने के लिए कानूनी नोटिस भेजा है। नितिन गडकरी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर भी एडिटेड वीडियो से जुड़ा एक पोस्ट शेयर किया है।

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